दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा। दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा।
मीठी सी आवाज लबों पे मधुर मुस्कान जिंदगी की मंजिल राह की शान।। मीठी सी आवाज लबों पे मधुर मुस्कान जिंदगी की मंजिल राह की शान।।
वो कभी नहीं आया,उम्मीद की रौनी पर बादल मँडराते रहे,और देह की गठरी छन्न-छन्न बुझती रही। वो कभी नहीं आया,उम्मीद की रौनी पर बादल मँडराते रहे,और देह की गठरी छन्न-छन्न बुझत...
राजा खड़ा मुस्करा रहा सिपाही सब सो गए। राजा खड़ा मुस्करा रहा सिपाही सब सो गए।
यही जीवन का सार है। यही जीवन का सार है।
इन्सान हूँ मैं भी अपने काम की पहचान चाहता हूँ खुद से इश्क करता हूँ मैं भी एक मुकाम चाहता हूँ इन्सान हूँ मैं भी अपने काम की पहचान चाहता हूँ खुद से इश्क करता हूँ मैं भी एक म...