मुश्किलों मुश्किलों को मुश्किलों को देख दिल दस्तक खुद के अन्दर ही जन्न खुद को जानो हताशा निराशा धरती को वर्जित है सूरज को छूना आशा फौज निराशा स्पर्श कोमल तारीफ चाहत

Hindi निराशा को Poems